Mantra L0 Device Kab Band Hone Wale Hai? - RetailUnity
पहचान सत्यापन के लिए बायोमेट्रिक उपकरणों का महत्व बढ़ता जा रहा है। मंत्रा MFS100 फिंगरप्रिंट स्कैनर एक ऐसा ही उपकरण है जो आधार आधारित पहचान प्रणाली में अत्यधिक प्रचलित है। हालांकि, हाल ही में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने एल0 (L0) स्तर के डिवाइसेस के लिए नई नीतियां बनाई हैं। इससे यह प्रश्न उठता है कि मंत्रा MFS100 जैसे एल0 उपकरण कब तक उपयोग में रहेंगे और इनका भविष्य क्या है।
मंत्रा MFS100 एक बायोमेट्रिक फिंगरप्रिंट स्कैनर है जो विशेष रूप से आधार ई-केवाईसी, बैंकिंग और अन्य पहचान सत्यापन उद्देश्यों के लिए डिजाइन किया गया है। इसकी गुणवत्ता और पहचान सुरक्षा प्रणाली ने इसे विशेष रूप से भारतीय बाजार में अत्यधिक लोकप्रिय बना दिया है। यह यूजर के फिंगरप्रिंट्स को स्कैन करके आधार डेटाबेस से उनकी पहचान की पुष्टि करता है।
UIDAI ने हाल ही में घोषणा की है कि फिंगरप्रिंट स्कैनर्स को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए अब एल0 स्तर के उपकरणों को धीरे-धीरे समाप्त कर दिया जाएगा और एल1 (L1) स्तर के उपकरणों को बढ़ावा दिया जाएगा। इसका मतलब है कि एल0 डिवाइसेस में सुरक्षा की दृष्टि से कुछ कमियां मानी गई हैं, जिन्हें दूर करने के लिए उन्नत सुरक्षा सुविधाओं वाले एल1 उपकरण अनिवार्य किए जा रहे हैं।
L0 और L1 उपकरणों के बीच का मुख्य अंतर उनकी सुरक्षा प्रणाली में है। जहां L0 उपकरणों में सामान्य सुरक्षा सुविधाएं होती हैं, वहीं L1 उपकरणों में उन्नत सुरक्षा तकनीकें शामिल होती हैं, जैसे एन्क्रिप्टेड डेटा ट्रांसमिशन और लाइवनेस डिटेक्शन, जो इन्हें अधिक सुरक्षित बनाती हैं।
UIDAI ने L0 उपकरणों को चरणबद्ध तरीके से हटाने का निर्णय लिया है, लेकिन इसकी कोई सटीक अंतिम तिथि अभी तक नहीं बताई गई है। संभावना है कि आने वाले महीनों में इसका समय निर्धारित किया जाएगा। यह परिवर्तन उपभोक्ताओं और सेवा प्रदाताओं दोनों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि एल1 डिवाइसेस की लागत अधिक हो सकती है और इसके लिए अतिरिक्त प्रमाणन आवश्यक होंगे।
Morpho L0 डिवाइस और अन्य L0 स्तर के फिंगरप्रिंट स्कैनर भी मंत्रा MFS100 की तरह आधार आधारित पहचान और बायोमेट्रिक सत्यापन के लिए उपयोग किए जाते हैं। मॉर्फो, जिसे सफरान मॉर्फो (Safran Morpho) भी कहा जाता है, एक लोकप्रिय ब्रांड है जो अपने उच्च गुणवत्ता वाले बायोमेट्रिक उपकरणों के लिए जाना जाता है।
मॉर्फो के L0 डिवाइस भी कई सरकारी योजनाओं और बैंकिंग में उपयोग किए जाते हैं। लेकिन UIDAI के नए दिशानिर्देशों के अनुसार, इन L0 उपकरणों को भी धीरे-धीरे L1 डिवाइसेस से प्रतिस्थापित किया जाएगा। L1 स्तर के उपकरणों में एन्क्रिप्टेड डेटा ट्रांसमिशन, लाइवनेस डिटेक्शन जैसे फीचर्स होते हैं, जो इन्हें और अधिक सुरक्षित बनाते हैं।
अतः जो लोग मॉर्फो या अन्य L0 उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें भी भविष्य में एल1 उपकरणों पर स्विच करने की आवश्यकता होगी ताकि वे सुरक्षा मानकों के अनुरूप रह सकें और आने वाली UIDAI नीतियों का पालन कर सकें।
L1 स्तर के फिंगरप्रिंट स्कैनर अधिक सुरक्षित माने जाते हैं क्योंकि इनमें उन्नत एन्क्रिप्शन तकनीकें, लाइवनेस डिटेक्शन और बेहतर सुरक्षा मानक शामिल होते हैं। इससे फिंगरप्रिंट डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता बढ़ जाती है, जो विशेष रूप से बैंकिंग, ई-केवाईसी और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
अगर आप मंत्रा MFS100 (L0) का उपयोग कर रहे हैं, तो यह सलाह दी जाती है कि आप जल्द ही L1 उपकरणों की ओर बढ़ें। इससे आप UIDAI के नवीनतम नियमों का पालन करते हुए अपने उपयोगकर्ताओं के लिए उच्च स्तरीय सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। मंत्रा ने भी नए L1 उपकरणों को बाजार में उतारने का संकेत दिया है, जिससे वर्तमान उपभोक्ताओं को एक आसान अपग्रेड विकल्प मिलेगा।
हालांकि मंत्रा MFS100 फिंगरप्रिंट स्कैनर (L0 डिवाइस) का उपयोग अभी बंद नहीं हुआ है, लेकिन UIDAI के निर्देशों के अनुसार इसे धीरे-धीरे एल1 उपकरणों से प्रतिस्थापित किया जाएगा। इसलिए, यदि आप इस उपकरण का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो अपग्रेड के लिए तैयार रहें और अपने व्यवसाय को सुरक्षा के नए स्तर पर ले जाएं।