
मेरी सफलता की कहानी - AePS Retail Business से Grocery Store तक का सफर
मेरा नाम अमित मिश्रा है और मैं एक छोटे से गाँव का रहने वाला हूँ। कुछ साल पहले तक मेरी जिंदगी भी आम लोगों की तरह थी—एक साधारण नौकरी, सीमित कमाई और बड़ी सपनों की लिस्ट। लेकिन फिर मैंने AePS Retail Business की संभावनाओं के बारे में सुना, और वहीं से मेरी ज़िंदगी ने एक नया मोड़ लिया।
शुरुआत: एक छोटा कदम, बड़ा सपना
मुझे हमेशा से अपना खुद का बिज़नेस करने का मन था, लेकिन पैसों की कमी और सही आइडिया की वजह से मैं हिम्मत नहीं कर पाता था। एक दिन मैंने AePS (Aadhaar Enabled Payment System) के बारे में सुना, जहाँ लोग बिना बैंक गए ही अपने आधार कार्ड के ज़रिए पैसे निकाल सकते थे। मुझे समझ आया कि यह गाँवों में बहुत बड़ा opportunity हो सकता है क्योंकि यहाँ के लोग अक्सर बैंक जाने में दिक्कत महसूस करते हैं।
मैंने थोड़ी रिसर्च की, कुछ पैसे जुटाए और अपने गाँव में एक छोटा सा AePS kiosk शुरू किया। लोग आते, अपने आधार कार्ड से पैसे निकालते, बैलेंस चेक करते और धीरे-धीरे मेरा ट्रस्ट बढ़ता गया। शुरुआत में कमाई कम थी, लेकिन जैसे-जैसे लोग मेरे सर्विस से खुश होने लगे, मेरी इनकम भी बढ़ने लगी।
Expansion: जब बिज़नेस बढ़ा, तो सपने भी बड़े हुए
कुछ ही महीनों में मेरा छोटा सा AePS center पूरे गाँव में मशहूर हो गया। गाँव के लोग मुझे “बैंक वाला भैया” कहने लगे। मैं सिर्फ AePS transactions ही नहीं, बल्कि मोबाइल रिचार्ज, बिजली बिल पेमेंट और अन्य financial services भी देने लगा। धीरे-धीरे मेरी सेवाओं का विस्तार होता गया और मेरी कमाई में अच्छा ग्रोथ आया।
फिर एक दिन मेरे दिमाग में एक नया idea आया—अगर मैं अपने इस retail business को एक स्टेप और आगे ले जाऊं और एक Grocery Store खोलूं, तो इससे गाँव वालों को भी फायदा होगा और मेरा भी। मैंने अपनी AePS income से थोड़ा पैसा बचाया और गाँव में एक छोटा किराना स्टोर शुरू किया।
Struggles और Challenges
शुरुआत में चुनौतियाँ बहुत आईं—मार्केट में पहले से ही कुछ किराना दुकानें थीं, लेकिन मैंने अपनी सर्विस को customer-friendly बनाया। मैंने cashless payment का ऑप्शन दिया, होम डिलीवरी शुरू की और लोगों को डिजिटल पेमेंट के लिए अवेयर किया। धीरे-धीरे मेरा स्टोर गाँव में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने लगा।
आज का दिन: एक सफल एंटरप्रेन्योर
आज मेरा Grocery Store पूरे गाँव का सबसे विश्वसनीय स्टोर बन चुका है। लोग न सिर्फ किराने का सामान खरीदते हैं, बल्कि AePS transactions, UPI payments और मोबाइल रिचार्ज जैसी सेवाओं के लिए भी मेरे पास आते हैं। मेरी कमाई अब पहले से कई गुना बढ़ चुकी है, और सबसे बड़ी बात—अब मैं सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि गाँव के दूसरे लोगों के लिए भी रोजगार के अवसर पैदा कर रहा हूँ।
सीख: कुछ बातें जो मैंने सीखी
- Small Steps Lead to Big Success – छोटा स्टार्ट करो, लेकिन लगातार मेहनत करो।
- Customer Trust is Everything – जब कस्टमर को भरोसा होगा, तभी बिज़नेस बढ़ेगा।
- Digital और Cash दोनों को Balance करो – गाँव में भी डिजिटल पेमेंट की जागरूकता ज़रूरी है।
- Never Stop Learning – बिज़नेस में हमेशा कुछ नया सीखते रहना चाहिए।
अगर आप भी AePS Retail Business या किराना स्टोर खोलने का सोच रहे हैं, तो सबसे ज़रूरी है consistency और trust बनाना। अगर मैं, एक साधारण गाँव का लड़का, अपने सपनों को साकार कर सकता हूँ, तो आप भी कर सकते हैं!
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